शनिवार, 5 सितंबर 2009
रहना नहि देश बिराना है
सुनू एक गामक कथा । जे हमर बड लग अछि ,मुदा हम ओकरा स' बड दूर छियै ? कियै ? ओकर किरदानी स'।भैयारी, सत्ते, उम्हर जाइक मोन नँइ करैये। आब एखन ओ गाम मे नीतीशजीक विकास योजना कि केंद्र सरकारक नरेगा आदिक चलती नै छै, ओइठाम एकटा एन।आर।आइ। जे चीन ,जापान कत्तौ स' अल्लमगल्लम पाइ कमा क' आयल अछि...आ उपर स' नीचा धरि, सबके चानीक जूता स' मारि क' सकदम क' देने अछि आ अपने दुनू_तीनू भाइ के जे मोन होइ छैक से केने घुरैये। पहिने अपन आस_बास लग बसल लोक के साम_दाम_दंड_भेद स' हंटेलक।एहन लोक के, ताहू मे लालूक राजमे, ब्लौकके खरीदति कते देरी लगितै ?आब ओ गामक सब पुरान मंदिर के तोडि नव मंदिर बना ओकरामे अपन बाप_दादा कि सात पुरुखाक नाम खोधबा लैत अछि। ऑगाम स' हजारों_हजार युवक अकुशल मजदूरक रूप मे रोज 'डिल्ली_पनिजाब' जा रहल अछि, आ बहुत कम मजदूरी पर काज करै लए विवश...हजार नहिं, लाखक लाख लोक अहि क्षेत्रक एहन अछि जकरा ने माथ पर छत नसीब छैक आ ने दुनू सांझ सु_अन्न ! लोक पढत त' विधर्मी कहत...मुदा तैयो क्यो कहे हमरा जे ओ गाम वासी सब के जीवित लोकक माथ पर छत हैब उचित नहि बुझाइत छनि ? हुनकर गाम स' बिहारीभुख्खड सब जानि कि कुशल, पौलीटेकनीक स' प्रमाणपत्र प्राप्त कुशल श्रमिक ? ओ त' अरबो देश जा क' नीक कमा स्कैत अछि ! मुदा ई के ककरा कहतै ? एत' किछु कहला पर हस्तक्षेप बूझल जेतै । तैं ओइ गाममे सबके सब किछु दैबला भगवान _भगवतीके एत्ते पैघ मन्दिर बनाक' बडकी टा घर देल जा रहलनि अछि। जाहि स' ओ कत्तौ आन ठाम नहि नहि जाथि,अही काजमे सब लागल अछि, अही काजमे चीन_जपान स' फिरल ओ एन.आर.आइ, लागल अछि...अही स' सब कमा_खा रहल अछि आ एक टा अनप्रोडक्टिभ काज के अत्यंत महत्वपूर्ण मानि कहिया स' ने ओहीमे लागल अछि। देखियौ कहिया तक ई मन्दिर निर्माण पूरा होइत छैक आ गाम ओइ स' उबरि पबैये।
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