saketanands
मंगलवार, 9 मार्च 2010
दैया कहां गए वो
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
फ़ॉलोअर
ब्लॉग आर्काइव
►
2011
(5)
►
अगस्त
(2)
►
अप्रैल
(2)
►
मार्च
(1)
▼
2010
(20)
►
अक्तूबर
(5)
►
अगस्त
(2)
►
जुलाई
(1)
►
मई
(3)
▼
मार्च
(5)
ओस्तादी खिस्सा
जीबी त' की की ने देखी
दैया कहां गए वो लोग !
दैया कहां गए वो
जे जीबे से .....
►
फ़रवरी
(2)
►
जनवरी
(2)
►
2009
(23)
►
नवंबर
(7)
►
अक्तूबर
(3)
►
सितंबर
(10)
►
अगस्त
(3)
मेरे बारे में
साकेतानन्द नवहटिया
जीवनमे जे शुभ, जे सुन्दर छैक हमरा ओसब पसिन्न अछि । हमर जँ चलैत त' कोनो एहन वाद, कि एहन व्यवस्था कैल जैतै जाहिमे क्यो दुखित , शोकित नहि होइतै । मुदा मनुक्ख एहन कोनो वाद कहाँ तकलक अछि ? तैं, जे जतबा भ' सके; ओकरे पर्याप्त बुझबाक चाही।
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें