saketanands
बुधवार, 26 मई 2010
मन रे ! तोहर कोन ठेकान ?
2 टिप्पणियां:
Satish Chandra Satyarthi
26 मई 2010 को 7:49 am बजे
ई क्या है???
हमका तो कुच्छो समझ नाहीं आवत है...
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Pt. D.K. Sharma "Vatsa"
26 मई 2010 को 11:25 am बजे
लगता है मन अभी उडान भरने गया है :-)
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मेरे बारे में
साकेतानन्द नवहटिया
जीवनमे जे शुभ, जे सुन्दर छैक हमरा ओसब पसिन्न अछि । हमर जँ चलैत त' कोनो एहन वाद, कि एहन व्यवस्था कैल जैतै जाहिमे क्यो दुखित , शोकित नहि होइतै । मुदा मनुक्ख एहन कोनो वाद कहाँ तकलक अछि ? तैं, जे जतबा भ' सके; ओकरे पर्याप्त बुझबाक चाही।
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ई क्या है???
जवाब देंहटाएंहमका तो कुच्छो समझ नाहीं आवत है...
लगता है मन अभी उडान भरने गया है :-)
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